महीना: मार्च 2023

देसीपन, दोस्ताना व्यवहार बनाम औपचारिक व्यवहार

हम बचपन से यह सुनते आए हैं कि दूसरों के साथ वैसा व्यवहार करो जैसा तुम अपने लिए चाहते हो। हम इस कहावत पर आँख मूँदकर विश्वास भी करते आए हैं और उस पर अमल करने की कोशिश भी। मुझे लगता है कि यह कथन हमेशा और हर किसी के साथ सही नहीं होता। कई बार हम … पढ़ना जारी रखें देसीपन, दोस्ताना व्यवहार बनाम औपचारिक व्यवहार

नौकरशाही

लघु कथा- ‘नौकरशाही’लेखक- एदुआर्दो गालेआनोअनुवादक- अज्ञात सिक्सतो मार्तिनेस ने सेविय्ये में बैरकों में अपनी फौज़ी सेवाएं पूरी कीं. उस बैरक के आंगन के बीच में एक छोटी सी बेंच थी. उस छोटी सी बेंच की बगल में एक फौज़ी जवान खडा रहता था. यह बात कोई नहीं जानता था कि बेंच को पहरेदारी की ज़रूरत … पढ़ना जारी रखें नौकरशाही

होली का त्यौहार और औरतें

इलाहाबाद में मैं हॉस्टल में रहती थी| मुझे बचपन से होली का त्यौहार बहुत पसंद था| हमलोग सारा दिन होली खेलते थे| लेकिन इलाहाबाद आने के बाद होली के लेकर बिलकुल अलग अनुभव हुआ| होली के आसपास के तीन-चार दिन हमें हॉस्टल में एक तरह से कैद रहना पड़ता था। हम कैम्पस तक में नहीं … पढ़ना जारी रखें होली का त्यौहार और औरतें