महीना: अप्रैल 2013

खेलों से नाता

बचपन से ही मेरी खेल-कूद में रूचि थी और अम्मा की लाख रोक-टोक के बावजूद मैं रेलवे कालोनी के लड़कों के साथ ऊधम मचाती रहती थी. स्कूल में भी खेलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थी और इनाम भी जीतती थी. प्राइमरी तक तो 'आलू दौड़,' 'मेंढक दौड़', 'म्यूज़िकल चेयर' वगैरह जाने कितने अजीब-अजीब से खेल … पढ़ना जारी रखें खेलों से नाता

नारीवादी स्त्री प्रेम नहीं करती?

फेसबुक बड़ी मज़ेदार जगह है. यहाँ गंभीर विमर्श के लिए भले ही अपेक्षित स्थान न हो, लेकिन उसके लिए सामग्री अवश्य प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।  यह पोस्ट फेसबुक पर मेरे एक स्टेटस और उस पर आये एक कमेन्ट से सम्बन्धित है। परसों मैंने एक बात लिखी प्रेम और आकर्षण के बारे में- "कभी-कभी प्रेम … पढ़ना जारी रखें नारीवादी स्त्री प्रेम नहीं करती?